असद्भावना ऑपरेशन के तहत, राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों से 20 छात्रों और 4 शिक्षकों का एक राष्ट्रीय एकीकरण यात्रा 6 नवंबर 2025 को आर्टिलरी स्कूल (SoA), देओलाई में आयोजित की गई। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों के दृष्टिकोण को विस्तारित करना, राष्ट्रीय गर्व को बढ़ावा देना, और उन्हें भारतीय सेना के संचालन और प्रशिक्षण वातावरण का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना था।
प्रेरणादायक युवा मनों के लिए एक्सपोजर और इंटरएक्शन
अपने दौरे के दौरान, छात्रों ने आर्टिलरी स्कूल के कमांडेंट के साथ बातचीत की, जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में नेतृत्व, अनुशासन और करियर के अवसरों पर विचार साझा किए। इस इंटरएक्शन ने युवा प्रतिभागियों को बड़े सपने देखने, आत्मविश्वास विकसित करने, और सेवा तथा एकता की भावना को अस्तित्व में लाने के लिए प्रेरित किया।
आधुनिक सैन्य प्रशिक्षण अवसंरचना का अन्वेषण
आगंतुक प्रतिनिधिमंडल को आर्टिलरी स्कूल की आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं का एक गाइडेड टूर दिया गया, जिसमें सिमुलेशन सिस्टम, शिक्षण हॉल और तोपखाने के प्रशिक्षण में उपयोग होने वाले उन्नत उपकरण शामिल थे। छात्रों को राष्ट्रीय रक्षा में तोपखाने की भूमिका और इसके विकास के बारे में उन्नत तकनीक के साथ जानकारी दी गई।
रोमांचक लाइव फायरिंग अनुभव
इस दौरे की मुख्य विशेषता थी छात्रों को एक लाइव आर्टिलरी फायरिंग डेमोंस्ट्रेशन देखने का अवसर मिलना, जिसने भारतीय सेना के गुनर्स की सटीकता, शक्ति और व्यावसायिकता का दुर्लभ दृष्टिकोण प्रदान किया। इस प्रदर्शन ने छात्रों पर गहरा प्रभाव छोड़ा, जिससे उनके मन में सशस्त्र बलों के प्रति सम्मान और प्रशंसा का भावना उत्पन्न हुआ।
असद्भावना ऑपरेशन के माध्यम से एकता और जागरूकता को बढ़ावा देना
देओलाई में यात्रा, भारतीय सेना के चल रहे असद्भावना ऑपरेशन पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती समुदायों और देश के अन्य हिस्सों के बीच पुल बनाना है, ताकि राष्ट्रीय एकीकरण, शिक्षा और आपसी समझ को बढ़ावा मिल सके। देओलाई में की गई इस यात्रा ने दिखाया कि कैसे सेना दूरदराज के क्षेत्रों से युवाओं को प्रेरित और सशक्त बनाती है, जिससे राष्ट्र के प्रति गहरी भावनाएं विकसित होती हैं।