एक संयुक्त आतंकवाद-रोधक और बंधक बचाने वाले अभ्यास का सफल आयोजन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और दिल्ली पुलिस द्वारा नई दिल्ली के कर्तव्य भवन में किया गया।
वास्तविक समय संकट परिदृश्य का अनुकरण
इस अभ्यास में एक काल्पनिक आतंकवादी हमले और बंधक स्थिति का अनुकरण किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य वास्तविक समय की प्रतिक्रियाओं, एजेंसी के बीच समन्वय और संकट प्रबंधन क्षमताओं का परीक्षण और सुधार करना था। इस परिदृश्य ने टीमों को तेज़ी से खतरों को समाप्त करने के साथ-साथ उच्च दबाव की स्थितियों में बंधकों का सुरक्षित निष्कासन सुनिश्चित करने की चुनौती पेश की।
सुविधाजनक अंतः बल सहयोग
प्रत्येक भाग लेने वाली बल — CISF, NSG, और दिल्ली पुलिस — ने अपने-अपने संचालनात्मक कार्य को प्रशंसनीय पेशेवरिता, सटीकता और दक्षता के साथ निभाया। तीनों बलों के बीच सहज सहयोग ने इस नकली अभियान के सफल समापन में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे यह सिद्ध हुआ कि ये मिलकर संकट के समय एक एकीकृत सुरक्षा तंत्र के रूप में कार्य कर सकते हैं।
राष्ट्रीय तैयारियों को सुदृढ़ करना
यह अभ्यास संयुक्त मानक परिचालन प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने, संचार इंटरऑपरेबिलिटी को सुधारने और शहरी आतंकवाद-रोधक अभियानों में परिस्थितियों की जागरूकता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया। ऐसे ड्रिल भारत की सक्रियता रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य विकसित हो रहे सुरक्षा खतरों के खिलाफ तैयारियों और मजबूती को सुनिश्चित करना है।