Lieutenant General Abhijit S Pendharkar, General Officer Commanding (GOC) Spear Corps, ने अरुणाचल प्रदेश के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया ताकि संवेदनशील सीमाओं पर तैनात फौजों की परिचालन तत्परता और लड़ाई की तैयारी की समीक्षा की जा सके।
त्रिसेवा तैयारी पर ध्यान
इस दौरे की मुख्य विशेषता आगामी त्रिसेवा अभ्यास ‘Poorvi Prachand Prahar’ की तैयारियों की व्यापक समीक्षा थी, जिसका उद्देश्य भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की समन्वित बहु-क्षेत्रीय संचालन की क्षमताओं को प्रदर्शित करना है। यह अभ्यास भारत की संयुक्त परिचालन प्रभावशीलता और पूर्वी क्षेत्र में रणनीतिक उत्तरदायी क्षमता को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
बहु-क्षेत्रीय एकीकरण और तत्परता
Lt Gen Pendharkar को भूमि और हवाई संसाधनों, वास्तविक-समय निगरानी प्रणालियों, लॉजिस्टिक्स समन्वय, और कमान संबंधी कनेक्टिविटी के एकीकरण पर जानकारी दी गई—ये आधुनिक बहु-क्षेत्रीय युद्ध के मुख्य तत्व हैं। उन्होंने चुनौतीपूर्ण उच्च-ऊंचाई वाले क्षेत्र और चरम मौसम की स्थितियों में सैनिकों की तत्परता, अनुशासन और अनुकूलन क्षमता की सराहना की।
परिचालन उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता
सैनिकों के साथ अपनी बातचीत के दौरान, GOC ने उनकी पेशेवरता, सतर्कता, और राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा में उनकी अडिग समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने Spear Corps की संयुक्तता, नवाचार और मिशन-उन्मुख प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने की पुष्टि की, ताकि परिचालन तत्परता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित किया जा सके।
संयुक्त परिचालन स्थिति को मजबूत करना
त्रिसेवा अभ्यास ‘Poorvi Prachand Prahar’ भारत की एकीकृत रक्षा स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो सशस्त्र सेवाओं के बीच बिना किसी रुकावट के सहयोग सुनिश्चित करेगा ताकि उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना किया जा सके।