Lieutenant General Dhiraj Seth, PVSM, AVSM, General Officer Commanding-in-Chief, Southern Command, ने 04 अक्टूबर 2025 को पुणे के Southern Command War Memorial से ‘Wheels of Valour’ मोटरसाइकिल अभियान का शुभारंभ किया।
इस अभियान में 14 मोटरसाइकिल सवारों की एक टीम शामिल है, जो Southern Command के क्षेत्राधिकार में सात शहरों के बीच लगभग 2400 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह यात्रा 1965 के भारत-पाक युद्ध की डायमंड जुबली का स्मरण करती है और Military College of Telecommunication Engineering (MCTE) के 79वें Raising Day का भी प्रतीक है। इस यात्रा के पुणे से बेलगाम के हिस्से का औपचारिक शुभारंभ सेना कमांडर द्वारा किया गया।
वीरता और बलिदान को सम्मान
‘Wheels of Valour’ अभियान भारतीय सशस्त्र बलों की अद्वितीय वीरता, साहस और बलिदान को समर्पित किया गया है। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों में गर्व, अनुशासन और एकता की भावना को पैदा करना है और युवा पीढ़ी को सेवा और देशभक्ति के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
संयुक्तता और त्रि-सेवा सहयोग
अभियान के दौरान संयुक्तता और सहयोग की भावना को उजागर किया गया है। इस अभियान में भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना की सक्रिय भागीदारी हो रही है, जो भारत की सैन्य क्षमता की परिभाषा देने वाले सहयोग और आपसी समर्थन को प्रदर्शित करती है।
अनुशासन और सहनशीलता का प्रतीक
यह अभियान अनुशासन, सहनशीलता, भाईचारा और राष्ट्रीय गर्व के मूल मूल्यों का प्रतीक है। यह सशस्त्र बलों की स्थायी विरासत का एक अनुस्मारक है। न केवल यह 1965 के युद्ध के नायकों को सम्मानित करता है, बल्कि यह भारतीय सशस्त्र बलों की देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के प्रति अडिग प्रतिबद्धता को भी पुनः पुष्टि करता है।
‘Wheels of Valour’ यात्रा अतीत के लिए एक शक्तिशाली श्रद्धांजलि साबित होती है, जबकि भविष्य के लिए देशभक्ति और एकता का जज़्बा जगाती है।